पटना।
राज्य के दो पूर्व पुलिस महानिदेशक आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा व जदयू से चुनाव मैदान में उतरेंगे। जानकारी के अनुसार पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे बक्सर से भाजपा व सुनील कुमार गोपालगंज के भोरे से जदयू के उम्मीदवार हो सकते हैं। वर्ष 1987 बैच के रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी और पूर्व महानिदेशक सुनील कुमार गत 29 अगस्त को ही सत्तारूढ़ जनता दल यू का दामन थामा था। वहीं वर्ष 1987 बैच के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे ने आनन-फानन में मंगलवार को वीआरएस ले लिया। संभावना जताई गई है कि वह भाजपा के टिकट पर बक्सर से चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमाएंगे। हालांकि वीआरएस के बाद गुप्तेश्वर पांडे ने कहां है कि अभी वे राजनीति में जाएंगे यह तय नहीं है। उन्होंने कहा कि वैसे राजनीति कोई बुरी चीज नहीं है। मैं राजनीति के जरिए भी लोगों के सेवा करने का विचार रखता हूं। मौका मिलेगा तो हम इसके जरिए लोगों की सेवा करेंगे।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 के जनवरी में बिहार के डीजीपी का पद संभालने के बाद गुप्तेश्वर पांडे अक्सर चर्चा में रहे हैं। हाल ही में डीजीपी पांडे अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत मामले में भी खासे चर्चा में रहे। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत मामले में जांच करने मुंबई गई बिहार पुलिस की टीम और पटना के सिटी एसपी विनय कुमार को बिना वजह वहां क्वॉरेंटाइन कर दिए जाने पर मुंबई पुलिस और वहां की सरकार के खिलाफ उनके दिए गए बयान काफी सुर्खियों में रहे। डीजीपी पांडे ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी को लागू करने को लेकर अपने स्तर से काफी कोशिशें की।
वही सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी सुनील कुमार के परिवार का राजनीति से पुराना रिश्ता रहा है। उनके बड़े भाई अनिल कुमार कांग्रेस के टिकट पर गोपालगंज से सांसद रह चुके हैं और वर्तमान में हुए भोरे विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक हैं । संभावना जताई जा रही है कि जदयू पूर्व डीजीपी सुनील कुमार को भोरे विधानसभा सीट से कांग्रेस के खिलाफ चुनाव मैदान में उतार सकती है। सूत्रों का यहां तक कहना है कि सुनील कुमार के बड़े भाई अनिल कुमार इस बार अपनी अस्वस्थता के कारण चुनाव नहीं लड़ेंगे।