कोडरमा। झारखंड सरकार के तीन वर्ष पूरा होने पर शुरु की गई आपकी योजना, आपकी सरकार आपके द्वार अभियान के तहत मंगलवार को कोडरमा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लगभग 286 करोड़ की लागत से 513 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। वहीं करीब 22 करोड़ की ऋण एवं अन्य परिसंपत्तियों का वितरण लाभुकों के बीच किया गया। मौके पर कोडरमा स्थित बागीटांड़ स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि हम आपकी योजनाओं को लेकर आपके घर आए हैं। राज्य सरकार जनकल्याणकारी योजनाओं को विकास की राह में खड़े अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष जब सरकार आपके द्वार कार्यक्रम चलाया गया था, उस समय पूरे राज्य में 6 हजार शिविर लगे थे। इन शिविरों के माध्यम से लगभग 40 लाख आवेदन आए थे। राज्य सरकार ने लगभग 99 प्रतिशत आवेदनों का निपटारा किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी पदाधिकारी आज आपके घर-द्वार पहुंचकर आपकी समस्याओं का निदान कर रहे हैं। शत प्रतिशत आवेदनों का निपटारा होगा यह पदाधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है। कार्यक्रम में सांकेतिक रूप से विभिन्न योजनाओं से आच्छादित लाभुकों के बीच परिसंपत्ति का वितरण मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों के द्वारा किया गया।
उन्होंने कहा कि पहले की सरकार में जनकल्याणकारी योजनाएं एयर कंडीशन कमरों में बैठकर संचालित होती थी लेकिन हमारी सरकार ने आज सभी योजनाओं को आपके द्वार तक लाने का काम कर दिखाया है। यह कार्यक्रम महज एक महीने का अभियान नहीं, बल्कि आगे भी निरंतर चलने वाला अभियान रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के समक्ष नई-नई चुनौतियां आती रहती हैं। इन चुनौतियों से घबराकर हमारी सरकार कभी पीछे नहीं हटती है। पिछले 20 सालों से जो काम नहीं हुआ, वह कार्य तीन वर्ष से भी कम समय में हुए। जनता द्वारा चुनी गई सरकार को अस्थिर करने के लिए भाजपा लगातार षडयंत्र कर रही है। लेकिन यह सरकार जनता से किए अपने एक-एक वादों को पूरा कर रही है।
वर्तमान समय में राज्य में किसान वर्ग के बीच सुखाड़ की समस्या उत्पन्न हुई है। सुखाड़ की समस्या से निपटने के लिए हमारी सरकार ने कार्य योजना तैयार की है। शिविरों में प्रत्येक गांव में 5-5 योजनाओं का शिलान्यास करने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया जा चुका है। अधिक से अधिक रोजगार का सृजन हो इस निमित्त हमारी सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
सोरेन ने कहा कि विपक्ष नहीं चाहता कि गरीबों को उनका हक मिले इसीलिए कहता है कि शिविर में पैसे की बर्बादी हो रही है.। हमने नियुक्ति नियमावली बनाकर नियुक्ति करने का काम किया। जो काम 20 साल से नहीं हो रहा था। उन्होंने कहा कि पूरे देश में झारखंड गिने- चुने राज्यों में से एक है, जहां कोरोना के बाद भी प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या कभी आपने सोचा था कि दलित आदिवासी, पिछड़ों के बच्चे विदेशों में पढ़ाई कर सकेंगे, हमारी सरकार ने इन बच्चों के सपनों को पंख देने का काम किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार गठन के बाद से ही राज्य में नियुक्ति प्रक्रियाओं में तेजी आयी है. जेपीएससी का रिजल्ट ससमय निकाला गया। आने वाले कुछ दिनों में विभिन्न विभागों में 50 हजार नियुक्ति की स्वीकृति मिल चुकी है। कई नियुक्तियों को लेकर नियमावली बनाई जा रही है। नियमावली बनने के पश्चात राज्य के नौजवानों को विभिन्न पदों पर नौकरी के अवसर प्राप्त होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में राज्य को बेहतर दिशा देने की ओर प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया जा रहा है।
इस अवसर पर श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम,विधायक उमाशंकर अकेला एवं विधायक अमित यादव ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार अभियान पर विस्तृत प्रकाश डाला एवं अपनी-अपनी बातें रखीं।
मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जेजे कॉलेज में हेलीपेड बनाया गया था, जहां उन्हें जिला बल के जवानों की ओर से गार्ड ऑफ आनॅर दिया गया। कार्यक्रम के दौरान जिले के उपायुक्त आदित्य रंजन, एसपी कुमार गौरव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थें।