रांची। झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन बुधवार को विधानसभा परिसर में अलग नजारा दिखा। निलंबित भाजपा विधायक भानुप्रताप शाही, ढुल्लू महतो और रणधीर सिंह परिसर स्थित अटल प्रतिमा के सामने धरना पर बैठ गए। उनके समर्थन में आए कुछ और विधायक आ गए और सीढियों पर बैठकर सरकार विरोधी नारेबाजी की। मौके पर सभी ने एक डमी सदन की कार्यवाही आयोजित की, जिसमें विधायक भानु प्रताप शाही ने अध्यक्ष की भूमिका निभाई। जयप्रकाश भाई पटेल की तबीयत खराब होने की वजह से वे इसमें शामिल नहीं रहे।
विधायकों ने सवाल किया कि हमारा कसूर क्या भ्रष्टाचार और अकाल पर बोलना है? बाद में इनके समर्थन में कुछ और विधायक आ गए। सभी विधानसभा की सीढ़ियों पर बैठकर सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे। मौके पर सभी ने एक डमी सदन आयोजित किया। भानु प्रताप शाही अध्यक्ष की भूमिका में दिखे।उल्लेखनीय है कि झारखंड विधानसभा में मंगलवार को भ्रष्टाचार पर बहस की भाजपा की मांग पर शोरगुल करने वाले इन चारों भाजपा विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो ने चार अगस्त तक के लिए निलंबित कर दिया है।
भानू प्रताप शाही ने पढ़ा अध्यक्षीय भाषण
डमी सदन की कार्यवाही ठीक उसी तरीके से की गयी, जिस तरह से सदन की कार्यवाही अध्यक्षीय भाषण के साथ शुरू होती है। भानु प्रताप शाही ने विस्तार से अध्यक्षीय भाषण को पढ़ा और इसके ऊपर विधायकों ने एक-एक कर ठीक उसी तरह से चर्चा की जैसा आमतौर पर विधानसभा के अंदर होता है। भानु प्रताप शाही ने कहा कि हमारी लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक जारी रहेगी। साथ ही इन विधायकों ने अध्यक्ष के निर्णय पर भी सवाल खड़ा किया और कहा कि वे सरकार के इशारे इस कृत्य को किया है। पूर्व कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने कहा कि अगर किसानों की बात उठाना, भ्रष्टाचार पर बात करना गुनाह है, तो यह गुनाह हम बार-बार करेंगे।
निलंबन को लेकर पहले भाजपा के विधायकों ने प्रदर्शन किया, इसके बाद वे सदन से वॉक आउट कर गए
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सदन से विधायकों के निलंबन को लेकर पहले भाजपा के विधायकों ने प्रदर्शन किया। इसके बाद वे सदन से वॉक आउट कर गए। सत्र की शुरुआत में दिन के 10:30 बजे भाजपा विधायक विधानसभा पहुंचे। केसरिया पारंपरिक पोशाक पहने भाजपा विधायकों ने सीढ़ियों पर बैठकर जमकर हंगामा किया। इस दौरान सभी विधायक हाथों में कटआउट्स थामे सरकार विरोधी नारे लगाए। इस दौरान विधायकों ने विधायकों को निलंबन मुक्त करने, झारखंड राज्य को सूखाग्रस्त का दर्जा दिए जाने की मांग के साथ ही मौजूदा सरकार पर राज्य का इस्लामीकरण करने का आरोप लगाया।
झारखंड के स्कूलों के नाम में उर्दू शब्द जोड़ने और रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी दिये जाने के मामले पर भाजपा नेता ने हेमंत सोरेन सरकार को घेरा। विपक्षी दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार झारखंड का इस्लामीकरण करने में लगी हुई है लेकिन भाजपा ऐसा होने नहीं देगी। अगर वह शुक्रवार को स्कूलों में छुट्टी देगी तो हम मंगलवार को अवकाश घोषित करने की मांग करेंगे। बिरंची नारायण ने कहा कि शिक्षा का उर्दूकरण करना बंद करना चाहिए। विधायक अमर कुमार बाउरी ने कहा कि हेमंत सोरेन वैसे मुख्यमंत्री हैं जो भ्रष्टाचार को समर्थन दे रहे हैं, उन्हें गद्दी छोड़ देनी चाहिए। प्रदर्शन के दौरान विधायक नीरा यादव ने कहा हेमंत सोरेन सरकार झारखंड का इस्लामीकरण करने में लगी हुई है। ऐसा कर वह अपनी कमियों को छुपाने का प्रयास कर रही है। सरकार की तुष्टिकरण की यह नीति विनाशकारी है।
सरयू राय ने कहा कि शिक्षा मंत्री रहते नीरा यादव ने कुछ स्कूलों से उर्दू शब्द हटाने का निर्देश दिया था लेकिन इस बात की पड़ताल होनी चाहिए कि वह कौन सी ताकतें हैं जो इस तरह के आदेश को रोकने का काम किया। प्रदर्शन में भाजपा के कांके विधायक समरी लाल, अमर कुमार बाउरी सहित करीब एक दर्जन भाजपा विधायक मौके पर मौजूद थे।