सुल्तानगंज(भागलपुर)। जहानाबाद का एक बेटा अपने बुजुर्ग मां-बाप को इच्छा का पालन करते हुए श्रवण कुमार की तरह उन्हें कांवर में बैठाकर बाबा बैधनाथ धाम देवघर के लिए सोमवार को निकल पड़ा। इस पुण्य कार्य में उसकी पत्नी भी कंधे से कंधे मिलाकर साथ दे रही है। सावन के पहला सोमवार में इस अनोखी यात्रा की चर्चा सबके जुबान पर है, जिसे हर कोई इस दृश्य को देखने के लिए व्याकुल है। श्रवण कुमार की तरह माता पिता की बाबाधाम की यात्रा कराने वाला जहानाबाद का चंदन कुमार है। बताया जाता है कि बुजुर्ग मां बाप ने बेटे के पास बाबा का दर्शन कराने की इच्छा प्रकट की। इसके बाद बेटे पत्नी के साथ मां बाप को लेकर कांवर यात्रा पर निकल पड़ा है।
चंदन कुमार सुल्तानगंज घाट पर स्नान करने के बाद अपने मां-बाप को कांवर में बैठाकर बाबा भोलेनाथ की यात्रा कराने अपने साथ ले जा रहे हैं। उन्हें देखकर स्थानीय पुलिस अधिकारी के साथ अन्य भक्तजन भी अचंभित हैं। उन्हें कलयुग के श्रवण कुमार की संज्ञा दी जा रही है। उनके इस पुण्य भर काम में उनकी पत्नी रानी देवी उनका साथ दे रही हैं। रानी भी कांवर को समय-समय पर पीछे से अपने कंधों पर लेकर पति के भार को कम कर रही हैं। उनके साथ उनके दो बच्चे भी हैं।
चंदन ने बताया कि उनके माता-पिता की इच्छा है कि मरने से पूर्व वह एक बार बाबा वैद्यनाथ के दर्शन अवश्य करें। माता-पिता का स्वास्थ्य सही ना होने और पैसे के अभाव के कारण उन्होंने यह निर्णय लिया कि वह स्वयं ही अपने माता- पिता को कांवर में बिठाकर बाबा भोलेनाथ के दर्शन कराने निकलेंगे। इसके बाद उन्होंने एक मजबूत कांवड़नुमा बहंगी तैयार करवाया और चल पड़े।
उन्होंने कहा कि रास्ता कठिन है और समय भी लगेगा लेकिन मुझे लक्ष्य प्राप्त कर माता-पिता को बाबा भोलेनाथ का दर्शन कराना ही है। चंदन का साहस इस भीषण गर्मी में भी कम नहीं हो रहा है। सोशल मीडिया पर लोग चंदन की माता पिता की भक्ति की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं।