नई दिल्ली।
दिल्ली में फरवरी माह में हुए दंगे को लेकर दिल्ली पुलिस द्वारा दायर पूरक आरोप पत्र के मामले में गुरुवार को विपक्षी दलों के नेताओं का एक शिष्टमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ गोविंद से मुलाकात की। साथ ही उन्हें ज्ञापन सौंपकर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की। मुलाकात के बाद डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि शिष्ट मंडल द्वारा राष्ट्रपति से दिल्ली दंगे मामले में उचित और निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की गई है। दिल्ली के दंगों को सीसीए के विरोध में जोड़ा जा रहा है। इसके जरिए राजनेताओं, कार्यकर्ताओं, अर्थशास्त्रियों, आम जनता और छात्रों को निशाना बनाया गया है। यह सही नहीं है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली दंगे के मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा दायर आरोप पत्र में गिरफ्तार लोगों के बयान का हवाला देते हुए सीपीआई नेता सीताराम येचुरी सहितस्वराज पार्टी के नेता योगेंद्र यादव, अर्थशास्त्री जयंती घोष, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रधानाध्यापक अपूर्वानंद और फिल्मकार राहुल रॉय का नाम जोड़ा गया है। राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले नेताओं में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी सीपीआई के नेता डी राजा, कांग्रेस नेता अहमद पटेल, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी, द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम द्रमुक नेता कनिमोझी और राष्ट्रीय जनता दल राजद के सांसद मनोज झा सहित कई अन्य नेता शामिल थे