प्रयागराज।
भारतीय सेना लद्दाख जैसी बर्फीली इलाकों भी युद्ध जैसी परिस्थितियों का सामना करने में पूरी तरह से सक्षम है। यह बातें रक्षा मंत्रालय के विंग कमांडर एवं मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शैलेंद्र पांडे ने कही है। वे चीनी मीडिया रिपोर्टर द्वारा दी गई रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे, जिसमें कहा गया था कि भारत ऑपरेशनल लॉजिस्टिक के लिए पर्याप्त रूप से सक्षम नहीं है और सर्दियों में युद्ध नहीं लड़ पाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना पूरी तरह से तैयार है और पूर्वी लद्दाख में सर्दियों में भी एक पूर्ण युद्ध लड़ने में सक्षम है। विंग कमांडर पांडे ने कहा कि यह समझना महत्वपूर्ण है कि सेना के पास सियाचिन का अनुभव है। जहां चीन के साथ सीमाओं की तुलना बहुत अधिक है। उन्होंने कहा कि अटल सुरंग के पूरा होने से लॉजिस्टिक कैपेसिटी कई गुना बढ़ गई है। इसके अलावा हमारे पास बड़ी संख्या में हवाई ठिकाने हैं। जिसकी मदद से हम सेना के साथ अच्छी तरह से संपर्क बनाए रख सकते हैं। पांडे ने कहा कि टैंक और बख्तरबंद कर्मियों के वाहक के लिए विशेष ईंधन और स्नेहक भी पर्याप्त रूप से स्टॉक किए गए हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिकों की तुलना में चीनी सैनिक शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर है। क्योंकि चीनी सैनिक ज्यादातर शहरी क्षेत्रों से आते हैं। चीन की अवधारणा हमेशा बिना लड़े युद्ध को जीतने की रही है। इसीलिए दी वह युद्ध के लिए स्थितियां बनाते हैं तो उन्हें बेहतर प्रशिक्षित और मानसिक रूप से कठोर भारतीय सैनिकों के बीच मुकाबला करना होगा।