कोडरमा। ढिबरा कारोबारी सपही निवासी अर्जुन साव का शव बुधवार को नीरूपहाड़ी – सपही मुख्य मार्ग स्थित अंबादाहा जंगल में मिलने के बाद स्थानीय लोगों में पुलिस के खिलाफ रोष है। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने कोडरमा-गिरिडीह मुख्य मार्ग को नीरु पहाड़ी चौक के समीप जाम कर दिया । प्रदर्शनकारी दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने व मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे है। मृतक के परिजन पुलिस हिरासत में मौत होने की बात कह रहे है। इधर घटना के बाद पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव ने डोमचांच थाना प्रभारी शशींकात सहित चार पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। घटना को लेकर इलाके में काफी रोष है। रात 9 बजे पुलिस कर्मियों के निलंबित होने की जानकारी मिलने के बाद प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम हटा लिया।
घटना के सबंध में मिली जानकारी अनुसार बुधवार की अहले सुबह डोमचांच पुलिस ने ढोढाकोला रोड में अम्बादहा के समीप 5-6 ढिबरा लदे वाहनों को पकड़ा था। जिसमें एक को छोड़ अन्य वाहनों को छोड़ दिया था। वहीं एक वाहन को जब्त करते हुए वाहन को स्कॉट कर आ रहे सपही निवासी अर्जुन साव को मौके से गिरफ्तार कर लिया था। बुधवार की सुबह अर्जुन साव का शव जंगल में बरामद किया गया। मृतक के शरीर पर चोट के निशान पाए गए । घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए। ग्रामीण पुलिस कस्टडी में मौत होने की बात कह रहे है। ग्रामीणों ने बताया की बुधवार की सुबह करीब 4 बजे डोमचांच पुलिस नीरु पहाड़ी के समीप आने जानेवाले सभी बाइक सवारों को रोककर उनके साथ मारपीट कर रही थी। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने मृतक के शव को पेास्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। एसपी ने उपायुक्त से पोस्टमार्टम के लिए दंडाधिकारी की मांग की है।
ग्रामीणों द्वारा सड़क जाम किए जाने के बाद सांसद अन्नपूर्णा देवी, जिप प्रधान शालिनी गुप्ता भी पहुॅची। सांसद श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने कहा है कि झारखण्ड में अराजकता चरम पर है और रक्षक ही भक्षक बन बैठा है। निर्दोष लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होने मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।