लोहरदगा। जिले के हिरही-हेंदलासो-कुजरा गांव की सीमा पर रामनवमी के मौके पर दो गुटों के बीच पथराव और झड़पआगजनी की घटना में घायल एक व्यक्ति की रिम्स में मौत हो गई। घटना के विरोध में सोमवार को सनातन धर्मावलंबियों ने पूरे शहर में अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। पूरे जिले में एक हजार अतिरिक्त जवानों को बाहर से बुलाकर तैनात किया गया है। तनाव को देखते हुए अगले आदेश तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। साथ ही अनुमंडल पदाधिकारी ने किसी भी प्रकार के धार्मिक सभा, धार्मिक अनुष्ठान को तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक के लिए रद्द कर दिया है।उल्लेखनीय हो कि 10 अप्रैल को शाम करीब साढ़े पांच बजे रामनवमी जुलूस के दौरान ग्राम हिरही में दो गुटों के बीच पथराव और झड़प हो गई। इसके बाद उपद्रवियों ने कई जगहों पर आगजनी की। घटना में कई लोग घायल हो गए थें।
रामनवमी जुलूस के दौरान रविवार को हुई हिंसा के बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर रात 11 बजे से इंटरनेट सेवा पर रोक लगाई गई है। इसके अलावा हिंसा प्रभावित इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है। प्रशासन और पुलिस की टीम प्रभावित इलाकों में कैंप कर रही है।अनुमंडल पदाधिकारी ने इस संबंध में दो अलग-अलग आदेश जारी किए हैं। पहले आदेश में कहा गया है कि लोहरदगा जिला अंतर्गत किसी भी प्रकार की धार्मिक सभा, धार्मिक अनुष्ठान एवं धार्मिक जुलूस के आयोजन के लिए दिए गए आदेश को तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक के लिए रद्द कर दिया गया है।
दूसरे आदेश में विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए लोहरदगा थानान्तर्गत ग्राम हिरही, ग्राम कुजरा, ग्राम कुर्से एवं संबद्ध गांवों में धारा 144 लागू की गई है। इसके तहत इस क्षेत्र में पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों के एक साथ जमा होने पर रोक लगाई गई है। इस क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति के घातक हथियार आने पर प्रतिबंध लगाया गया है। सिख समुदाय के धार्मिक प्रतीकों के इस्तेमाल तथा वृद्ध, दिव्यांग लोगों को छड़ी या लाठी इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई है।