रांची। झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के आह्वान पर राज्य भर के पुलिसकर्मी आंदोलन पर हैं। पुलिसकर्मियों ने बुधवार को 19 सूत्री मांगों के समर्थन में काला बिल्ला लगाकर आंदोलन का आगाज किया, जो तीन दिनों तक चलेगा। इसके बाद भी झारखंड सरकार पुलिसकर्मियों की मांगें नहीं मानी तो 21 मार्च से उपवास आंदोलन शुरू होगा।
एसोसिएशन के मुताबिक 19 सूत्री मांगों को लेकर पुलिसकर्मियों का प्रथम चरण का आंदोलन आज से शुरू हुआ। राज्य भर के 73 हजार पुलिसकर्मी काला बिल्ला लगाकर ड्यूटी कर रहे हैं। सभी जिलों में जिला शाखा के पदाधिकारी थाना-थाना घूमकर पुलिसकर्मियों के बीच काला बिल्ला भी बांटे गए। एसोसिएशन के प्रांतीय नेताओं के दिशा-निर्देश पर राज्य के सभी जिला शाखा इकाई, वाहिनी एवं जिला से बाहर कंपनी पोस्ट, पिकेट पर प्रतिनियुक्त जवानों को काला बिल्ला लगाकर ड्यूटी करने के लिए कहा गया है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि दूसरे चरण में 21 मार्च को सभी सिपाही, हवलदार चूल्हा चौका बंद कर सामूहिक उपवास में रहकर ड्यूटी करेंगे। 31 मार्च को मेंस एसोसिएशन अपनी मांगों के समर्थन में पुलिस मुख्यालय और जिले के समादेष्टा एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय के ठीक सामने एक दिन के धरना पर बैठेंगे। इसके बाद भी अगर सरकार प्राधिकार या आला अधिकारी के द्वारा पुलिसकर्मियों की मांग पर कोई पहल नहीं किया जाता है, तो 14 अप्रैल से राज्य के तमाम सिपाही, हवलदार पांच दिनों के सामूहिक अवकाश पर चले जाएंगे।
पांडेय ने बताया कि एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने के लिए कई बार समय मांगा, लेकिन असफलता हाथ लगी। उन्होंने बताया कि हमारी मांगों में 20 दिनों का क्षतिपूर्ति अवकाश पहले की तरह बहाल करें। पुलिसकर्मियों को मिलने वाले एक माह के अतिरिक्त वेतन में त्रुटि का निदान करें। एसीपी-एमएसीपी से संबंधित आदेश में त्रुटि का निराकरण करें। सातवें वेतन के अनुरूप वर्दी, राशन, धुलाई, विशेष कर्तव्य, आरमोरर, चालक, दुह, राइफल, तकनीकी, शिक्षण एवं प्रशिक्षण भत्ते लागू हों। वर्ष 2004 के बाद बहाल जवानों के लिए पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जाय। शिकायत काेषांग, स्थानांतरण समिति, अनुकंपा समिति में पुलिस मेंस एसोसिएशन को सदस्य रखा जाय। मुसहरी कमेटी के अनुरूप जवानों को आठ घंटे की ड्यूटी व साप्ताहिक अवकाश प्रदान की जाने सहित अन्य शामिल है।