कुशीनगर (यूपी)।
हल्दी की रस्म के दौरान कुएं में गिरकर जान गवाने वाले 13 लोगों के शव पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार को गांव पहुंचा। इसके बाद तो परिजनों की चीत्कार से पूरा क्षेत्र दहल उठा। वही एक साथ तेराह अर्थी उठी। मालूम हो कि जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के ग्राम नौरंगिया में बुधवार की देर रात हादसा हुआ था।
जिलाधिकारी एस राज लिंगम और एसपी सचिंदर पटेल की मौजूदगी में पुलिस और राजस्व विभाग के कर्मियों ने मृतकों के रिश्तेदारों का हाथ बटाते हुए अंतिम तैयारी कराई। नम आंखों से प्रशासनिक अधिकारियों व ग्रामीणों ने एक साथ मृतक परी लड़ाई वर्ष डेढ़ वर्ष, मीरा 22 वर्ष, सुंदरी 9 वर्ष, राधिका 20 वर्ष, मन्नु 12 वर्ष, पूजा 20 वर्ष, शशिकला 16 वर्ष, ज्योति चौरसिया 15 वर्ष ,पूजा चौरसिया 17 वर्ष, ममता देवी 35 वर्ष, शकुंतला 34 वर्ष, वृंदा 20 बर्ष, आरती 7 वर्ष की आखिरी विदाई दी।
परिजनों के अनुसार बुधवार की रात महिलाएं मटकोड़ में व्यस्त थी , तो पुरुष खाना खिलाने की तैयारी में थे। इस बीच में कुछ महिलाओं के गिरने की खबर से हर कोई उस तरफ दौड़ा। नौजवान लड़के रस्सी के सहारे महिलाओं व बच्चियों को निकालना शुरू कर दिया, तभी अचानक कुंए का स्लैब भरभरा कर गिर गया और फिर कई महिलाएं कुएं में गिर गए। सूचना पर पहुंचे पुलिस , प्रशासनिक अधिकारी रेस्क्यू में जुटे थे। प्रत्यक्षदर्शी महिलाओं का कहना है कि इस बात का अंदाजा नहीं था कि स्लैब टूट जाएगा। कुछ लोगों ने महिलाओं को कुंए के स्लैब पर चढ़ने से मना भी किया, लेकिन वे सुनने को तैयार नहीं थी। दूल्हे के पिता परमेश्वर का कहना है कि हमने शादी रोक दी है। मालूम हो कि गुरुवार को बारात जानी थी।