गिरिडीह। धनबाद के महुदा से कोयला लेकर हरियाणा थर्मल पावर जा रही मालगाड़ी के छह डिब्बों में लगी आग से एक बड़ा हादसा टल गया। घटना बुधवार सुबह की है। जानकारी मिलने के बादर ट्रेन को पारसनाथ स्टेशन में रोककर दमकल की मदद से आग पर काबू पाया गया। मालगाड़ी की 50 से अधिक बोगियों में कोयला लदा था। अगर मालगाड़ी कुछ दूर और चलती तो आग के सभी बोगियों में फैलने का डर था। इस हादसे से रेलवे को भारी नुकसान होने का अनुमान है। पारसनाथ स्टेशन पर मालगाड़ी के रुकने से ट्रेनों के आवागमन पर कोई असर नहीं हुआ। सुरक्षा के सभी अहतियाती निरीक्षण के बाद कंट्रोल रूम के निर्देश पर मालगाड़ी को गंतव्य के लिए रवाना किया गया। इस दौरान यातायात निरीक्षक मृत्युंजय कुमार समेत कई रेलकर्मी उपस्थित थे।
पारसनाथ रेलवे स्टेशन के स्टेशन मैनेजर अविनाश कुमार ने बताया कि मालगाड़ी निमियाघाट स्टेशन से पार कर रही थी। इस दौरान एक रेल कर्मी ने मालगाड़ी के कई डिब्बों से धुआं और आग निकलते देखा। कर्मी ने इसकी सूचना तत्काल पारसनाथ स्टेशन को दी। सूचना के बाद ट्रेन को पारसनाथ स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर रोक दिया गया। स्टेशन कर्मियों ने ट्रेन के पास पहुंचकर जांच की। पता चला कि मालगाड़ी के छह डिब्बे 20,21,37,39,40 और 42 में आग लगी हुई है। स्टेशन कर्मियों ने तत्काल इसकी सूचना गिरिडीह के अग्निशमन विभाग को दी। सूचना पर दमकल की गाड़ियां स्टेशन पहुंचीं। सुबह 8:45 से 9:45 तक पावर ब्लाक किया गया। घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। पानी पडऩे की वजह से रेलवे से फायर फाइटर बुलाकर दो बजे से साढ़े तीन बजे तक पावर ब्लाक कर आग बुझाने का काम शुरू किया गया। आग कहां और कैसे लगी, इसका पता नहीं चल पाया है। मिली जानकारी के मुताबिक मालगाड़ी के गार्ड की सूझबूझ से बड़ी घटना टल गई।