रांची। राजधानी के लोअर बाजार थाना क्षेत्र में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर लाखों की ठगी का मामला शुक्रवार को उजागर हुआ है। इस मामले में ठगी के शिकार कर्बला टैंक रोड निवासी मोहम्मद फारूक रजा खान ने 12 के विरुद्ध थाने में मामला दर्ज कराया है।
शिकायतकर्ता ने प्राथमिकी में बताया है कि गिरोह का मास्टरमाइंड शम्स तबरेज उर्फ देवराज उर्फ़ राहुल बजाज है, जो पश्चिम बंगाल के 24 परगना का रहने वाला है। वह लोगों को ठगी का शिकार बनाने के लिए अपने कई नाम रखे थे। नाम बदल बदल कर लोगों से मिलता और ठगी किया करता था। ठगी के लिए उसने रांची में किराए पर फ्लैट ले रखा था। महिलाओं की एक टीम भी बना रखी थी। इन के सहयोग से पुरुषों से ठगी किया करता था। मास्टरमाइंड के अलावा शाहिदी बीबी, रीता यादव, फरीदा खातून, असगर अंसारी, शाहबाज हुसैन , सुजाता सरकार, प्रमोद वर्मा, आरिफ खान , शाबिर अली और अमित साव को आरोपी बनाया गया है।
प्राथमिकी के अनुसार क्रिप्टो करेंसी के नाम पर मास्टरमाइंड ने एक फर्जी वेबसाइट बना रखा था, जिस पर ठगी के शिकार लोगों को उनके नाम के सामने लाखों रुपए का क्रिप्टो करेंसी दिखाया करता था। मोहम्मद फारूक रजा खान उनके संबंधी के नाम पर 43 लाख 40 हजार, संदीप सिंह और उसके संबंधी के नाम पर 36 लाख, तरनजीत कौर के नाम पर 9 लाख, इकबाल हुसैन के नाम पर छह लाख 70 हजार, विशाल कुमार के नाम पर एक लाख 70 हजार और विशाल कुमार के नाम पर 35 हजार हो गए हैं, जो दिखाया करता था। लेकिन कुछ समय के बाद इन लोगों को उस पर शक हुआ। जब सभी ने उक्त वेबसाइट की छानबीन की तो पता चला कि वह फर्जी है। मास्टरमाइंड शम्स तबरेज ने उसे खुद बनाया है। तबरेज ने ठगी के लिए एक एनजीओ भी बना रखा था। इसका नाम एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया रखा था। शम्स तबरेज खुद को उक्त एनजीओ का नेशनल डायरेक्टर बताता था।
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार वह 2018 में ही अपने सहयोगियों के साथ रांची आ रहा था। जून 2019 से ही रांची के विभिन्न होटलों में कभी लालपुर ,कभी चर्च रोड तो कभी स्टेशन रोड में रुकता। बड़े-बड़े होटलों में रुकने के बाद वह लोगों से वही संपर्क करता था। लोगों को प्रलोभन देता था कि अगर क्रिप्टो करंसी में निवेश करते हो तो उन्हें मोटी रकम आई होगी, फिर सभी को लालच देकर उसके पैसे क्रिप्टोकरंसी में लगाने के नाम पर ठगी कर लिया। मामले को लेकर थाना प्रभारी संजय कुमार ने शुक्रवार को बताएगी पूरे मामले की जांच की जा रही है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।