रांची।श्रम मंत्री के निर्देश के आलोक में राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष की पहल से बेंगलुरु में बंधक बनाई गई झारखंड की छह बेटियों को मुक्त करा लिया गया है। शुक्रवार शाम तक उनके रांची पहुंचने की संभावना है। पूर्वी सिंहभूम की छह बेटियों ने पोटका विधायक संजीव सरदार से मदद की गुहार लगाई थी। मुक्त कराई गई बेटियों में पोटका की अनीता सरदार, कमीला सिंह, पटमदा की अलावती सिंह, रामनी हंसदा और मुसाबिनी की अंजलि और अनीता शामिल है।
इसके उपरोक्त नियंत्रण कक्ष हरकत में आया और बेंगलुरु में तैनात अपने कर्मी अपूर्व यादव को मौके पर भेजा। उसने वहां प्रशासन की मदद से सभी लड़कियों को मुक्त कराकर ट्रेन से रवाना कर दिया है। रांची वापस आने के बाद लड़कियों की काउंसलिंग की जाएगी। वहां मुक्त कराई गई लड़कियों ने बताया कि कौशल विकास केंद्र डिमना में तीन महीने तक सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण प्राप्त की थी। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद सभी को काम का लालच देकर बेंगलुरु भेजा गया था। पर वहां सभी के साथ दुर्व्यवहार किया जाने लगा। उन्हें समय पर खाना नहीं मिलता था और न ही रहने की सही व्यवस्था थी। वापस लौटने की बात कहे जाने पर उन्हें मारने की धमकी दी जा रही थी।