रांची। प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन (PLFI ) सुप्रीमो दिनेश गोप को हथियारों की आपूर्ति करनेवाले निवेश कुमार सहित तीन लोगों को रांची पुलिस की सूचना पर बिहार के बक्सर पुलिस ने सोमवार की रात गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का सहयोगी रांची के धुर्वा स्थित आदर्श नगर निवासी निवेश कुमार , खूंटी जिले के कुम्हार टोली निवासी शुभम कुमार पोद्दार, और जगन्नाथपुर थाना निवासी ध्रुव कुमार शामिल है। इनके पास से 12 लाख रुपये, एक कार और 14 से अधिक फोन बरामद हुए हैं। बक्सर एसपी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि इनके खिलाफ झारखंड की पुलिस ने लूक ऑउट नोटिस भी जारी कर रखा है।
पुलिस ने बिहार-यूपी को जोड़ने वाले वीर कुंवर सिंह सेतु के समीप चेकिंग अभियान चला रही थी, तभी एक कार वहां से तेज गति से निकली।इसके बाद औद्योगिक थाने की सीमा में उसे रोका गया। तलाशी के दौरान उन युवकों ने पुलिस को चकमा देने का प्रयास किया। उनके पास से 12 लाख रुपये मिले। इस बारे में पूछताछ होने लगी। तीनों ने स्वयं को झारखंड का निवासी बताया। पूछताछ में वहां की पुलिस ने बताया इनके खिलाफ प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआई को मदद करने की शिकायत इसी माह की छह तारीख को दर्ज हुई है। फिलहाल पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। बंगाल नंबर की कार भी जब्त की गई है। जिसमें वे सफर कर रहे थे।
एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि तीनों को रिमांड पर लेकर रांची लाया जाएगा। इसके लिए धुर्वा थाने की पुलिस बक्सर के लिए रवाना हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि रांची पुलिस ने निवेश कुमार के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के प्रेमनगर स्थित आवास में बीते रविवार की देर रात छापेमारी की थी। वहां से पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के लेवी के 61.31 लाख रुपये के साथ निवेश के पिता सुभाष पासवान और भाई प्रवीण कुमार को गिरफ्तार किया था। निवेश कुमार के पिता-भाई ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि दिनेश गोप के लिए निवेश पाकिस्तान, चीन, बेल्जियम, स्काॅटलैंड से उम्दा किस्म हथियार मंगाता था। वह पिस्टल, रिवाल्वर के साथ एके-47 जैसे हथियार भी मंगाता था और दिनेश गोप तक पहुंचाता था।
हो कि रांची पुलिस की टीम ने बीते सात जनवरी को महंगी कार बीएमडब्ल्यू और थार जीप साथ पीएलएफआई के तीन सहयोगियों को पकड़ा था। ये तीनों पीएलएफआई को सामान पहुंचानेवाले थे। उन्हीं लोगों ने पुलिस को बताया था कि एक व्यक्ति ने पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम पर लाखों रुपये लेवी वसूली है। इसके अलावा मोटी राशि भी बतौर लेवी उसे मिलनेवाली है। इसके बाद एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने अपने स्तर से सारी जानकारी इकट्ठा कर उस व्यक्ति को रुपयों के साथ पकड़ा था।