गुमला। प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के हथियारबंद दस्ते ने शुक्रवार की देर शाम बिशुनपुर थाना क्षेत्र गुरदरीगुरुदरी थाना क्षेत्र अंतर्गत कुजाम स्थित हिंडाल्को के बॉक्साइट माइन्स पर धावा बोलकर 27 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इससे 10 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है। दस्ते का नेतृत्व 50 लाख का इनामी नक्सली कमांडर रंधु उरांव व 2 लाख का इनामी लजीम अंसारी व रविन्द्र गंझू कर रहा था। दस्ते में 15 से 20 की संख्या में नक्सली शामिल थे। घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। माइंस के कर्मचारी काम छोड़ कर चले गए हैं।
जानकारी अनुसार नक्सली दस्ता माइंस पर देर शाम करीब 7.30 बजे पहुंचे। इसके बाद नक्सलियों ने वहां मौजूद 30 सुपरवाइजर, चालक और अन्य कर्मियों को बंधक बनाकर दो अलग-अलग स्थानों पर रखा। कुछ कर्मियों से मारपीट भी की। फिर नक्सलियों ने ड्रम में रखे डीजल की मदद से दो ड्रिल मशीन, दो जेसीबी मशीन, 4 हाईवा, छह मशीन समेत अन्य वाहनों में आग लगा दी। वाहनों में आग लगने के बाद नक्सलियों ने कई स्थानों पर पोस्टर लगाकर हिंडालको तथा अन्य माइंस क्षेत्रों को बंद करने का फरमान जारी कर वहां से लौट गए।
नक्सलियों के जाने के बाद 5-6 कर्मी वाहनों में लगी आग को बुझाने का प्रयास करने लगे। तभी नक्सली पुनः वहां आ धमके और कर्मियों की पिटाई की। शनिवार की सुबह में सुरक्षा बलों ने क्षेत्र की घेराबंदी कर नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन शुरू किया और वहां लगाए गए पोस्टर को जब्त कर लिया। वही एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल ने स्थिति का जायजा लिया है। बताया गया है कि पोस्टर में संगठन का आदेश नहीं मिलने तक काम बंद रखने का फरमान जारी किया गया है।
बताते चलें कि हिंडाल्को कंपनी द्वारा दशकों से बॉक्साइट उत्खनन का कार्य किया जा रहा हैं और शायद नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों को लेवी वसूली नहीं होने से ऐसी घटनाओं को अंजाम देने में नक्सली दस्ता ने वारदात को अंजाम दिया हो। फिलहाल पुलिस मामले को लेकर छानबीन शुरू कर दी है। नक्सली वारदात से पुलिस की चुनौती बढ़ गई है। पुलिस द्वारा पिछले दिनों ही नक्सली रंथू उरांव के आवास पर आत्मसमर्पण करो नहीं तो कुर्की जब्ती किया जाएगा का नोटिस चिपकाया गया था ।