वाराणसी। पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का उद्घाटन किया। इस दिवस समारोह के काशी की हजारों जनता व यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अनेकानेक मुख्यमंत्री साक्षी बने।
पीएम ने मौके पर ऐतिहासिक नगरी के सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और परंपरागत मूल्यों का जिक्र करते हुए कहा कि काशी शब्दों का विषय नहीं संवेदनाओं की सृष्टि है। काशी वह है जहां जागृति ही जीवन है , काशी वह है जहां मृत्यु भी मंगल है। काशी वह है जहां सत्य ही संस्कार है। काशी वह है जहां प्रेम ही परंपरा है। काशी अनंत है, उसका योगदान भी अनंत है। काशी में भोलेनाथ की सरकार है। जहां गंगा अपनी धारा बदलकर बहती हो उस काशी को भला कौन रोक सकता है।
मोदी ने काशी के आध्यात्मिक स्वरूप का जिक्र करते हुए कहा कि यहां के हर पत्थर शंकर है। इस कारण काशी को सजीव माना जाता है। पीएम ने कहा कि काशी अहिंसा, तप की प्रतिमूर्ति चार जैन तीर्थ करों की धरती है। राजा हरिश्चंद्र की सत्य निष्ठा से लेकर वल्लभाचार्य, रामानंद जी के ज्ञान तक। चैतन्य महाप्रभु, समर्थ गुरु रामदास से लेकर स्वामी विवेकानंद, मदन मोहन मालवीय तक, ऋषियों, आचार्यों का संबंध इसी काशी की पवित्र धरती से रहा है। उन्होंने कहा कि वाराणसी ने इतिहास को बनते बिगड़ते देखा है। यहां कई बार आक्रमण हुए हैं। औरंगजेब से लड़ने के लिए शिवाजी और सालार मसूद के लिए सोहलदेव जैसे योद्धा खड़े हुए। कितने ही कालखंड आए फिर भी बनारस बना हुआ है।