नई दिल्ली
भारत-चीन तनाव के बीच भारतीय सेना ने पैंगोंग के उतरी किनारे की फिंगर 4 को अपने कब्जे में ले लिया है। भारतीय सेना ने शौर्य का बेहतर प्रदर्शन करते हुए चार महीने के बाद इलाके को कब्जे में लिया है। विवाद की मुख्य जड़ बनी फिंगर 4 की रिजलाइन पर भारतीय सेना ने बेहतर रणनीतिक स्थिति बना ली। इससे ड्रेगन को भारी झटका लगा है और वह तनाव बढ़ाने में जुट गया है। मई माह के शुरूआती दिनो में भारतीय क्षेत्र में आने जाने वाली फिंगर 04 से 08 तक चीनी सैनिको ने कब्जा जमा लिया था। इसके बाद चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को फिंगर 04 से आगे नहीं जाने देते थै। इससे दोनो देशो में तनाव बढ़ने की शुरूआत हुई। इसको लेकर दोनो देशो के सैन्य कमांडर स्तर की वार्ताओं में अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति बहाल करने और फिंगर एरिया में चार किलोमीटर तक बफर जाने बनाने पर सहमति बनी थी। फिर चीनी सैनिक दो किलोमीटर पीछे हटकर फिंगर 5 पर चले गए। वहां बंकरो का निर्माण किया और भारतीय सैनिक फिंगर 3 तक की सीमित रह गए थै। सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रणनीति मामले में फिंगर 4 काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि पहाड़ो पर युद्ध के दौरान कारगर जवाब देने के लिए उंचाई महत्वपूर्ण है। मालूम हो कि भारत ने चार दिनो में पैंगोग झील के दक्षिण छोर के 25 किलोमीटर एरिया में पेट्रोलिंग प्वाइंट 27 से 31 के बीच स्पांगुर गैप के पास मगर हिल और गुरंग हिल पर भी कब्जा जमा लिया है।