गिरिडीह।
धनबाद से गिरिडीह तक आतंक का पर्याय रहे कुख्यात और एक लाख के इनामी भाकपा माओवादी के नक्सली कार्तिक महतो ने शनिवार को पीरटांड़ थाने में सरेंडर कर दिया। कार्तिक महत्व के आत्मसमर्पण को पुलिस की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। नक्सली पर कई मामले दर्ज हैं। जिसमें पांच मामलों की पुष्टि हुई है और नक्सली गतिविधियों के बारे में उससे पूछताछ चल रही है।
जानकारी अनुसार खुखरा थाना क्षेत्र अंतर्गत जिलिंगटांड बदगांव निवासी कार्तिक महतो जमीन विवाद के कारण नक्सली संगठन में शामिल हुआ था और कुख्यात नक्सली नुनु चंद्र महतो एवं अन्य बड़े नक्सलियों के दस्ते में रहकर उसने कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया था। इन दिनों माओवादी संगठन से मोहभंग हो गया था। वह पिछले कई माह से दूसरे प्रदेश में मजदूरी कर रहा था। वहां से वापस आने पर पुलिस दबाव में वह सिलेंडर कर दिया। बताया जाता है कि गांव के कुछ लोगों ने उसे बताया था कि उसकी तलाश में कई बार पुलिस उसके घर आई थी। इस पर नक्सली को एनकाउंटर होने का डर सताने लगा था।