रांची।
राज्य के आदिवासी छात्रों का विदेश में शिक्षा ग्रहण का सपना साकार होगा। इसके तहत राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के लिए छह एसटी छात्रों का चयन विदेश में पढ़ाई के लिए चुना गया है। चयनित सभी छात्र इंग्लैंड और आयरलैंड की यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा ग्रहण करेंगे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और मंत्री चंपई सोरेन 23 सितंबर को चयनित छात्रों एवं उनके माता-पिता को सम्मानित करेंगे। मालूम हो कि दिसंबर 2020 में राज्य सरकार की कैबिनेट की बैठक में इस योजना को मंजूरी दी गई थी। इसमें प्रति वर्ष 10 एसटी के छात्रों का चयन होना है। स्कॉलरशिप के लिए चयनित छात्रों में हरक्यूलिस सिंह मुंडा ,अजितेश मुर्मू, आकांक्षा मेरी ,दिनेश भगत, अंजना प्रतिमा डुंगडुंग तथा प्रिया मुर्मू शामिल है।
चयनित छात्रों ने इसे सरकार का सराहनीय कदम बताते हुए खुशी जाहिर की है। जयपाल सिंह मुंडा ने कहा कि यह ट्राइबल बुद्धिजीवियों एवं स्कोलर्स के लिए वैश्विक मंच साझा करने का जरिया बनेगा। आकांक्षा का कहना है कि वह सरकार की शुक्रगुजार है, जो छात्रों के जीवन को बेहतर करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इसी तरह अंजना प्रतिमा डुंगडुंग का कहना है कि एसटी वर्ग के छात्रों को स्कॉलरशिप के माध्यम से उच्च शिक्षा में मदद देना महत्वपूर्ण कदम है।
उल्लेखनीय हो कि जयपाल सिंह मुंडा 1922 से 1929 के बीच इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने वाले पहले आदिवासी छात्र थे। बाद में उन्होंने एमस्र्डम ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व किया था। उनकी स्मृति में 100 वर्ष बाद यह स्कॉलरशिप स्कीम शुरू की गई है।