कुल्टी(पंश्चिम बंगाल)
आर्मी इंटेलिजेस की मदद से बस के जरिए बमो की खेप के ट्रांसपोटेशन का पर्दाफाश कुल्टी और चौरंगी पुलिस ने की है। पुलिस ने बुधवार को पश्चिम बंगाल और झारखंड की सीमा क्षेत्र डीबुडीह चेकपोस्ट पर कोलकाता के बाबूघाट से बिहार के गया महानगर तक जाने वाली महारानी एक्सप्रेस नामक बस से बमो से भर के दो बैगो में 30 बम बरामद करते हुए बस के चालक खलासी और कंडक्टर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बताया जाता है कि एक बम की कीमत एक हजार रुपये है।बैग में कुल 30 बम थे, जिनकी कीमत 30 हजार रुपये लिखा हुआ है। वहीं 5000 रुपये एडवांस जमा होने की बात भी लिखी हुई है। बैग सहित सभी बम को कुल्टी थाना पुलिस ने जब्त कर लिया है
बताया जाता है कि बमो की खेप कोलकाता से गया ले जायी जा रही थी। फिर इस खेप को कहां भेजना था उपयोग किस कार्य के लिए किया जाना था, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस बैग पर लिखे गए नाम वाले व्यक्ति की तलाश कर रही है। पुलिस के अनुसार बस में कुल 18 यात्री सफर कर रहे थे। इससे पता चलता है कि बस में जान बुझकर कम यात्रियों को बैठाया गया और बम की तस्करी की पुरी प्लानिंग थी। फिलहाल बम की तस्करी मामले में हर पहलुओं की जांच चल रही है।
आर्मी इंटेलिजेंस सूत्रों ने बताया कि उन्हें कोलकाता बाबुघाट से ही गुप्त सूत्रों से जानकारी मिली थी कि बिहार गया जाने वाली यात्री बस में बमों का भेजा जा रहा है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही इस तरह से कोलकाता से बिहार जानेवाली बस से हथियार बरामद हुए थे। पानागढ़ आर्मी इंटेलिजेंस बुदबुद और कांकसा थाना क्षेत्र में बस को पुलिस की मदद से पकड़ने की कोशिश की थी ,लेकिन बस चालक बस को तेज गति से भगाता रहा। आर्मी इंटेलिजेंस की टीम बस का पीछा करते हुए कुल्टी थाना को सूचना दे दी। जिसके बाद कुल्टी पुलिस डीबूडीह पर नाका लगाकर बस को रोका। बस के वहां रुकते ही पानागढ़ आर्मी इंटेलिजेंस की टीम और पुलिस की टीम ने तलाशी शुरू कर दी। आर्मी इंटेलिजेंस ने बस में छिपाकर रखे हुए बमों को बैग समेत निकालकर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। कोलकाता से चली बस में बम किसने और कहां से भेजा, पुलिस इन सब बातों की भी पड़ताल करने में जुटी है। जांच जारी है।