देवघर।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को वर्चुअल माध्यम से देवघर एम्स के ओपीडी सेवा का उद्घाटन किया। मौके पर सीएम के प्रतिनिधि के तौर पर मंत्री हाफिजुल हसन और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे। मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बाबा बैद्यनाथ की नगरी देवघर में देश का 13 वां एम्स स्वस्थ झारखंड की परिकल्पना को साकार करेगा। मंडाविया ने कहा कि एक बेहतर समाज के निर्माण का माध्यम एम्स देवघर बनेगा। साथ हीं उन्होंने एम्स की टीम से कहा कि वह सेवा भाव से काम कर जनता की अपेक्षा पर खड़ा उतरें, ताकि झारखण्ड के साथ-साथ आस पास के राज्यों के नागरिकों को भी अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करायी जा सके। आगे उन्होंने कहा कि झारखंड के आदिवासियों को बिरसा की धरती पर सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सुविधा एम्स से मिलेगा। अब यहां के लोगों को बाहर नहीं जाना होगा। आज उद्घाटन के पश्चात आयुष भवन में ही ओपीडी सेवा शुरू होगी। पूर्वी भारत का यह पहला एम्स है जहां रैन बसेरा बनाया गया है। इसमें मरीज के स्वजन के विश्राम की व्यवस्था होगी। अभी रैन बसेरा का उपयोग पठन-पाठन के लिए होगा। ओपीडी भवन बन जाने के बाद रैन बसेरा अपने मूल स्वरूप में आ जाएगा।
वहीं मंत्री स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग झारखण्ड सरकार बन्ना गुप्ता ने वर्चुअल रूप से सभी को संबोधित करते हुए कहा कि एम्स की सौगात पूरे झारखण्ड वासियों के लिए हर्ष की बात है। समृद्ध झारखण्ड व स्वस्थ्य झारखण्ड की परिकल्पना को साकार करने के उदेश्य इस दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है।
वहीं मंत्री अल्पसंख्यक, कल्याण, पर्यटन, कला, संस्कृति एवं युवा कार्य, निबंधन विभाग हफीजूल हसन अंसारी द्वारा सभी को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा बैद्यनाथ की नगरी व बिरसा मुण्डा की धरती पर एम्स की शुरूआत की गयी है। स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के उदेश्य से झारखण्ड सरकार लगातार कार्य कर रही है। ऐसे में केन्द्र सरकार व राज्य सरकार एम्स निर्माण कार्य के लिए पूर्णरूप से प्रतिबद्ध है। आज एम्स के शुभारंभ के साथ पूरे झारखण्ड व आस-पास के राज्यों के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जायेगी।
एम्स के ओपीडी सेवा का उद्घाटन होने से मेडिकल क्षेत्र में अति पिछड़ा माने जाने वाला संथाल परगना समेत आसपास के लोगों को फायदा होग। मालूम हो कि ओपीडी में 30 रूपए में रजिस्ट्रेशन होगा, जो एक साल तक मान्य रहेगा। ओपीडी में फिलहाल 12 विभागों के डॉक्टर परामर्श देंगे। 40 कमरों में फैले ओपीडी में मरीजों के वेटिंग हॉल सहित कई तरह की सुविधाएं हैं। सस्ती दर पर पैथोलॉजिकल जांच की भी व्यवस्था की गई है। शॉर्ट एडमिशन की व्यवस्था भी की गई है। एम्स के निदेशक के अनुसार अगले साल तक 750 बेड वाला एम्स पूरी तरह चालू हो जाएगा।
मौके पर डॉ0 भारती प्रवीण पवार केन्द्रीय राज्य मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार, सांसद, धनबाद लोकसभा पशुपति नाथ सिंह, सांसद राज्यसभा समीर उरांव, विधायक नारायण दास, उपायुक्त, देवघर मंजूनाथ भजंत्री, पुलिस अधीक्षक धनंजय कुमार सिंह, अध्यक्ष एम्स, देवघर डॉ0 एन के अरोड़ा व कार्यकारी निदेशक व सीईओ, एम्स देवघर डॉ0 सौरभ वार्ष्णेय के साथ-साथ संबंधित विभाग के वरीय अधिकारी, एम्स के चिकित्सक, छात्र व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।