. फिरौती के 5 लाख रुपए वसूलने के बाद कर्मी को 21 दिन बाद मुक्त किया था
रामगढ़।
पुलिस ने गेल कर्मचारी का अपहरण कर फिरौती के 5 लाख रुपए वसूलने वाले अपहरणकर्ताओं के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 8 अपहर्ताओं को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपहर्ताओं के पास से दो देशी कट्टा, दो जिंदा कारतूस, दो टांगी, दो फरसा, एक दुबली, 7 मोबाईल, दो बाईक सहित अन्य समाग्री बरामद की गई है। मामले का खुलासा बुधवार को एसपी प्रभात कुमार ने प्रेसवार्ता में करते हुए बताया कि अपह्त को रजरप्पा थाना क्षेत्र के भुचूंगडीह और लेड़ी टुंगरी के बंद पड़े खदानों में छिपाकर रखते थे।
एसपी ने बताया कि गिरोह में 15 सदस्य है। गिरोह ने 3 मई को गेल कंपनी के कर्मचारी राजकुमार प्रजापति को गोला थाना क्षेत्र के चोपादारू घाटी के जंगल से अपहरण किया था। फिर 5 लाख का फिरौती लेकर कर्मचारी को 21 दिन बाद मुक्त किया गया था। पुलिस अपहर्ताओं की तलाश में एक महीने तक जंगल में छापेमारी की। उन्होंने बताया कि चूकि अपहर्ता लकड़हारे के रूप में जंगल में घूम रहे थे, जिससे पुलिस उन तक नहीं पहुंच पा रही थी। अब इस मामले में आठ अपहर्ता वीरचंद मांझी, विनोद मांझी, सोमरा उर्फ गुच्चु मांझी, निरंजन मुर्मू, शिव मांझी, सुलेंद्र मांझी, बेनी राम मांझी और गौतम मांझी को गिरफ्तार किया है। शेष की तलाश की जा रही है।
एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि फिरौती की रकम से अपहर्ताओं ने महंगे मोबाईल, टीवी और बाईक खरीदा था, जिसे जब्त कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि गिरोह के लोग ज्यादा पढ़े लिखे नही है। इनमें कोई भी मोबाईल व अन्य तकनीको का इस्तेमाल नहीं करते है। जब अपह्त को रिहा किया गया था तब पुलिस ने उसका पीछा भी किया था, तब वे सब अपना टीशर्ट पैंट फेंककर लूंगी कुर्ता पहनकर जंगल में घुस गए थे। उल्लेखनीय हो कि इसके पूर्व गिरोह ने 2019 में रजरप्पा में सड़क निर्माण में लगे कंपनी के मुंशी और बोकारो जिले के सीमा पर दामोदर नदी पुल निर्माण में लगे कंपनी के मुंशी का अपहरण कर मोटी रकम वसूला था।