रांची।
प्रदेश के दुमका व बेरमो विधानसभा के उपचुनाव के लिए मंगलवार को हुआ मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। दुमका में 65. 27 प्रतिशत और बेरमो में 60. 20 प्रतिशत वोटिंग हुई। मतदान के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने को लेकर मतदाता बनाए गए गोल घेरे में कतारबद्ध होकर खड़े देखे गए। वही मतदान के दौरान मतदान कर्मी मास्क फेसशील्ड व हैंड गलब्स पहनकर मतदान करवाते देखे गए। वोटिंग को लेकर मतदाताओं की थर्मल स्कैनर से जांच भी की गई।
दुमका में भाजपा की लुईस मरांडी और झामुमो के बसंत सोरेन व बेरमो में कांग्रेस के कुमार जयमंगल और भाजपा के योगेश्वर महतो बाटुल के बीच आमने-सामने की टक्कर
चुनाव के दौरान सुबह से ही दोनों विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं के बीच काफी उत्साह देखा गया। मतदाता सुबह से ही वोट डालने को लेकर मतदान केंद्रों पर कतार में खड़े देखे गए। दुमका में 250720 मतदाताओं ने 12 उम्मीदवारों व बेरमो में 312507 मतदाताओं ने 16 प्रत्याशियों के किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद कर दिया।10 नवंबर को मतगणना होगा। चुनाव के दौरान दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों में एनडीए और यूपी के बीच आमने-सामने की टक्कर देखी गई। चुनाव को अपने पक्ष में करने के लिए दोनों गठबंधन ओं ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। दुमका में भाजपा की लुईस मरांडी और झामुमो के बसंत सोरेन व बेरमो में कांग्रेस के कुमार जयमंगल और भाजपा के योगेश्वर महतो बाटुल के बीच आमने-सामने की टक्कर है। बेरमो सीट पर पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन की वजह से जबकी दुमका सीट पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के त्यागपत्र दे दिए जाने के कारण उपचुनाव कराया गया।
उप चुनाव से जुड़ी है हेमंत सोरेन के अलावा बाबूलाल व दीपक प्रकाश की साख
कोरोना काल के दौरान झारखंड में पहली बार हो रहे उपचुनाव के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश के लिए यह चुनाव काफी अहम मानी जा रही है। हेमंत सोरेन के प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के अलावा बाबूलाल मरांडी के भाजपा विधायक दल के नेता बनने व दीपक प्रकाश के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद यह पहला उपचुनाव है। इन दोनों सीटों पर उपचुनाव के नतीजे काफी हद तक इन तीनों नेताओं के साख को बयां करेगी। चुनाव में तीनों नेताओं के प्रभाव की जंग भी होगी