कोडरमा। बिहार राज्य के लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र निवासी विवाहिता तरन्नुम खातून 5 वर्ष के बाद रविवार को अपने परिजनों को पाकर बेहद खुश है। परिजनों को देखते हैं उसके खुशी खुशी के आंसू निकल गए। सूचना पाकर पहुंचे परिजनों के साथ वह मायके लौट गई है । तरन्नुम के चचेरे भाई मोहम्मद सााहूद, चाचा इलियास व भतीजा सिकंदर तथा इरशाद ने जीवदया संस्था, सखी वन स्टॉप और महिला थाना के प्रति आभार भी व्यक्त किया है।
जानकारी अनुसार 5 वर्ष पूर्व खराब दिमागी हालत में तरन्नुम अपने मायके से अपने ससुराल कानपुर के लिए निकली थी लेकिन वह कोडरमा पहुंच गई। इस दौरान उस पर सखी वन स्टॉप सेंटर के लोगों की नजर पड़ी। उसकी दिमागी हालत को देखते हुए उसे जीवोदया में भर्ती करा दिया गया। वहां होली फैमिली अस्पताल के माध्यम से उसका इलाज चलता रहा। पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर तरन्नुम ने हॉस्पिटल के सिस्टर को अपने परिजनों की जानकारी दी। इसके बाद तरन्नुम के परिजनों की तलाश शुरू हुई। महिला थाना प्रभारी प्रियंका कुमारी हलसी थाना से संपर्क कर उसके परिजनों का पता लगाया और सहयोगी नोडल पदाधिकारी अर्चना ज्वाला तथा सखी वन स्टॉप सेंटर की पैनल अधिवक्ता रिदम कुमारी के साथ मिलकर हिलसा थाना को तरन्नुम की फोटो उपलब्ध कराया।
रविवार को तरन्नुम के परिजन कोडरमा पहुंचे और अपने साथ उसे घर लेते गए। मालूम हो कि तरन्नुम की शादी वर्ष 2016 में कानपुर निवासी मोहम्मद कासिम के साथ हुई थी शादी के 6 महीने बाद उसे मानसिक परेशानी शुरू हो गई थी। इसके बाद ससुराल वालों ने तरन्नुम को मायके पहुंचा दिया था और वह मायके में ही रह रही थी।