Dhanbad: धनबाद के झरिया क्षेत्र के भौरा में बीसीसीएल के 4Aपैच आउटसोर्सिंग में शुक्रवार को फिर चाल धरने से तीन लोगो की मौत की खबर है। जबकि करीब एक दर्जन से अधिक घायल है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। चाल धसने से लेकर लाश को लेकर भाग रहे कोयला तस्कर की घटनास्थल से आयी तस्वीर से इसकी पुष्टि हो रही है। अवैध खनन करने वाले तस्कर मृतकों की लाश को निकाल ले गए है। जबकि घायलों को भी ले जाकर कहीं गुपचुप ढंग से झरिया और निजी अस्पताल में इलाज करा रहे है। मृतकों में मदन प्रसाद उर्फ पवन (25) और जितेन्द्र यादव (10) व एक अन्य के नाम शामिल हैं।
घटना की सूचना पर आस पास के सैकड़ों लोग घटना स्थल पहुंचे हैं। सूचना पर भौरा ओपी पुलिस और जोरापोखर थाना की पुलिस भी मौके पर पहुंची है। यह घटना पूर्वी झरिया के 4 ए पैच में घटी है। रोज की भांति आज भी सैकड़ों की संख्या में अवैध उत्खनन करने वाले परियोजना में कोयला काट रहे थे कि चाल धस गई। फिर ऊपर से ओवरबर्डन भरभरा कर नीचे गिर गया। जिसे दबकर तीन लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। आनन-फानन में कोयला काटने वाले लाश को निकाल कर ले भागे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना में एक महिला, एक पुरुष और एक नाबालिग की जान चली गई है।
मालूम हो कि काफी समय से भौंरा कोलियरी और यहां के फोर ए पैच से कोयले की चोरी चल रही थी।झरिया और धनबाद के कुछ चर्चित कोयला तस्कर गैंग चलाने वाले दूर बैठकर अवैध उत्खनन करा रहे हैं और अपनी गोटी लाल कर रहे है। लेकिन मजदूरी के लिए कोयला काटने वालों की जान जा रही है। घटना के बाद कोयला तस्कर माफिया वहां से फरार हो गये ।जिन मजदूर के आश्रित चाल में दबे हुए थे उन्होने परिजन को किसी प्रकार निकाल कर भागते देखे गये। अब इसमें क्या कार्रवाई होती है। रिमोट से गैंग चलाने वाले पुलिस के शिकंजे में आते हैं या पहले की तरह बचकर फिर अवैध उत्खनन के काम में लग जाते है।
पुलिस व सीआइएसएफ जवानों की मदद से होती है कोयला चोरी होती रहती है
स्थानीय लोगों का कहना है कि भौंरा में दामोदर नदी के उस पार से काफी संख्या में कोयला चोर हर दिन यहां आते हैं और कोयला चोरी कर चले जाते हैं। इसमें स्थानीय पुलिस और सीआइएसएफ के कुछ जवानों का भी सहयोग होता है ।यही कारण है कि धड़ल्ले से यहां से कोयला चोरी हो रही है। चुराए गए कोयले को नदी पार बोकारो और बंगाल में खपाया जाता है। बीसीसीएल अथवा पुलिस प्रशासन चाहे जो भी दावा करे लेकिन अवैध उत्खनन कोयलांचल में रुक नहीं रहा है।नदी के किनारे कोयला तस्कर बैठ कर अवैध माइनिंग को संचालित करते है।
माफिया मजदूरों को दैनिक मजदूरी के रुप में तस्करी कराते है।आज की घटना बड़ी घटना के रुप में माना जा रहा है।सूत्र ने बताया की रानीगंज के एक कोयला माफिया जिनका एजेंट झरिया में तैनात है उसकी देख रेख में यह अवैध माइनिंग हो रहा था ।उक्त माफिया का स्थानीय स्तर पर पुलिस के साथ मधुर सम्बन्ध है ।इनके सिंडिकेट में पुलिस प्रशासन और तथाकथित पत्रकार भी शामिल बताये जा रहे है।लोगो का कहना है कि घटना के बाद पुलिस का देर से घटनास्थल पर पहुंचना इस बात को साबित करता है कि मामला को रहा दफा करने की तैयारी कर दी गई है।