Bijapur(Chhatisgarh):- छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के गोटेर में मुठभेड़ के बाद नक्सली संगठन को बड़ा झटका लगा है। शुक्रवार को 24 सक्रिय नक्सलियों ने बीजापुर में आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें दो महिलाएं और 20 इनामी नक्सली शामिल हैं। इन पर कुल 87.50 लाख रुपये का इनाम था।

सभी नक्सली एसपी कार्यालय पहुंचे। बीजापुर एसपी डॉ. जितेंद्र यादव और 85वीं बटालियन के कमांडेंट सुनील कुमार राही के सामने आत्मसमर्पण किया। शासन की नक्सल उन्मूलन नीति के तहत सभी को 50-50 हजार रुपये का चेक दिया गया।
आत्मसमर्पण करने वालों में सबसे बड़ा नाम हनुमंत राव अंगनपल्ली उर्फ पांडू उर्फ राकेश (42) का है। वह पीएलजीए कंपनी नंबर 2 का डिप्टी कमांडर था। 10 लाख का इनामी था। 1997 से सक्रिय था।
महिला नक्सली मंगली कोरसा उर्फ जैनी (37) कंपनी नंबर 2 की पीपीसीएम थी। 8 लाख की इनामी थी। 2003 से संगठन में थी। संपत पूनेम उर्फ सुकलु (35) माड़ डिवीजन कंपनी नंबर 7 का पीपीसीएम था। 8 लाख का इनामी था। 2007 से सक्रिय था।
लक्ष्मी पूनेम (30) माड़ डिवीजन कंपनी नंबर 7 की पीपीसीएम थी। 8 लाख की इनामी थी। 2011 से संगठन में थी। राजू फरसा उर्फ विक्रम (29) कंपनी नंबर 2 का पार्टी सदस्य था। 8 लाख का इनामी था। 2008 से सक्रिय था।
दशरू कुंजाम उर्फ मोहन (28) कंपनी नंबर 1 का पीपीसीएम था। 8 लाख का इनामी था। 2011 से संगठन में था। मुका माड़वी (30) पीएलजीए बटालियन नंबर 1 का पीपीसीएम था। 8 लाख का इनामी था। 2006 से सक्रिय था।
अर्जुन माड़वी (21) पीएलजीए बटालियन नंबर 1 का पार्टी सदस्य था। 8 लाख का इनामी था। 2017 से संगठन में था। तुलसी कोरसा (26) भैरमगढ़ एरिया कमेटी का एसीएम था। 5 लाख का इनामी था। 2010 से सक्रिय था।
पायकू कोरसा उर्फ बलदेव उर्फ विकास (30) एलओएस कमांडर था। 5 लाख का इनामी था। 2005 से संगठन में था। कुम्मी पोटाम उर्फ मंगली (41) केएएमएस अध्यक्ष था। 2 लाख का इनामी था। 2015 से सक्रिय था।
सुदरू मोड़ियाम उर्फ गमरी (30) सीएनएम अध्यक्ष था। 2 लाख का इनामी था। 2007 से संगठन में था। सुनिला ओयाम (21) भैरमगढ़ एरिया कमेटी का पार्टी सदस्य था। 1 लाख का इनामी था। 2020 से सक्रिय था।
छोटू कुंजाम (34) अहेरी एरिया कमेटी का पार्टी सदस्य था। 1 लाख का इनामी था। 2014 से संगठन में था। बुधी हेमला (26) गंगालूर एरिया कमेटी का सदस्य था। 1 लाख का इनामी था। 2015 से सक्रिय था।
रीना कोरसा (21) गंगालूर एरिया कमेटी की सदस्य थी। 1 लाख की इनामी थी। 2018 से संगठन में थी। मुन्ना उईका (20) केकेबीएन डिवीजन में एसजेडसीएम विजय प्रमोद का सुरक्षा गार्ड था। 1 लाख का इनामी था। 2022 से सक्रिय था।
जीतू पूनेम (26) माटवाड़ा एलओएस का पार्टी सदस्य था। 1 लाख का इनामी था। 2014 से संगठन में था। बोत्ती पूनेम उर्फ अंकिता (21) पीएलजीए सदस्य थी। 1 लाख की इनामी थी। 2017 से सक्रिय थी।
गंगा कुंजाम (21) सीएनएम सदस्य थी। 50 हजार की इनामी थी। 2013 से संगठन में थी। गंगा माड़वी (40) मिलिशिया प्लाटून की सदस्य थी। 2009 से सक्रिय थी।
नागमणी ताती (20) मिलिशिया प्लाटून की डिप्टी कमांडर थी। 2021 से संगठन में थी। देवाराम पोयाम (25) मिलिशिया प्लाटून का सदस्य था। 2021 से सक्रिय था। कोसा सोढ़ी (19) मिलिशिया प्लाटून का सदस्य था। 2014 से संगठन में था।
इन सभी ने हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला लिया है। पुलिस और प्रशासन ने इसे बड़ी सफलता माना है।