रांची।
तमिलनाडु के कोयंबटूर में दलालों के चंगुल से मुक्त कराई गई राज्य की 24 बच्चियों को एयरलिफ्ट कर बुधवार को रांची लाया गया। सभी बच्चियां पश्चिम सिंहभूम और सरायकेला के विभिन्न इलाकों की है। राज्य सरकार के आदेश पर श्रम विभाग के सहयोग से सभी को मुक्त कराकर चेन्नई से दिल्ली के रास्ते रांची लाया गया है।
मिली जानकारी अनुसार मुक्त कराई गई बच्चियों को सिलाई का काम कराने 3 अक्टूबर को कोयंबटूर ले जाया गया था पर उन्हें दवा कंपनियों में भेज दिया गया। वहां दोनों टाइम का खाना भी सही तरीके से नहीं दिया जाता था। बीमार होने पर छुट्टी भी नहीं दी जाती थी। एक बच्ची ने यह भी बताया कि उन्हें ₹12000 देने की बात की गई थी ,लेकिन मात्र महीने में ₹5000 ही मिलते थे। इसका विरोध करने पर उसे प्रताड़ित किया जा रहा था।
कंपनी के बाहर निकाल दिया जाता था। इसमें शामिल दलाल घर पहुंचाने के लिए ₹10 हजार मांगता था। प्रताड़ना से उबकर बच्चियों ने राज्य सरकार की मदद से संचालित फिया फाउंडेशन के कंट्रोल रूम में फोन किया। जिस पर सभी को मुक्त कराया गया। इधर फिया फाउंडेशन के समन्वयक संदीप डुंगडुंग ने बताया कि राज्य सरकार और बच्चियों के परिजनों को इसकी जानकारी दे दी गई है। सभी मुक्त बच्चियों को घर भेजने की तैयारी की जा रही है।