रांची। चारा घोटाला के सबसे बड़े डोरंडा कोषागार से 139. 35 करोड़ की अवैध निकासी मामले में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एसके शशि की अदालत ने सजा का ऐलान कर दिया है। राजद सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को इस मामले में पांच साल की सजा सुनायी गयी है। साथ ही उन पर 60 लाख का जुर्माना भी लगाया गया हैं। ज्ञातव्य है कि पहली पाली में सुनवाई के दौरान पूर्व मुख्य मंत्री के अधिवक्ता ने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि उन्हें कम से कम सजा दी जाय। अधिवक्ता ने कोर्ट से कहा कि लालू यादव का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। वह कई बीमारियों से ग्रसित हैं। इसलिए उन्हें कम से कम सजा दी जानी चाहिए। दूसरी ओर, सीबीआई के वकील ने कोर्ट में कहा कि केस का ट्रायल लम्बा होना स्वाभाविक है। यह घोटाला है, समाज देखना चाहता है कि ऐसे घोटाले करने वालों को क्या सजा होती है। ऐसे में अधिक से अधिक सजा होनी चाहिए। सजा के एलान के बाद राजद समर्थकों में मायूसी छा गई।
चारा घोटाला के सबसे बड़े मामले आरसी-47 ए/96 में सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) के जरिये लालू सहित 38 आरोपितों की सजा के बिंदु पर सुनवाई हुई।मालूम हो कि 15 फरवरी को सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश एसके शशि की अदालत ने इस मामले में फैसला सुनाया था। इस मामले में राजनीतिज्ञ, ब्यूरोक्रेट, डोरंडा कोषागार पदाधिकारी, पूर्व पशुपालन पदाधिकारी तथा आपूर्तिकर्ता सहित 99 आरोपी ट्रायल फेस कर रहे थे। 99 में से 24 को अदालत ने 15 फरवरी को रिहा कर दिया था। जबकि, 75 को दोषी करार दिया था। इनमें से 35 अभियुक्तों को तीन-तीन साल की सजा सुनायी गयी थी। जबकि, दो फरार अभियुक्तों के लिए अदालत ने वारंट निर्गत किया था। शेष 38 अभियुक्तों की सजा के बिंदु पर सुनवाई के लिए अदालत ने 21 फरवरी की तिथि निर्धारित की थी।
इस घोटाले में कई चौंकाने वाले मामले सामने आए. जिसमें पशुओं को फर्जी रूप से स्कूटर और मोटरसाइकिल पर ढ़ोने की कहानी शामिल है. मामला 1990-92 के बीच का है. अफसरों और नेताओं ने फर्जीवाड़ा की नई कहानी ही लिख दी. फर्जीवाड़ा कर बताया गया कि 400 सांड़ को हरियाणा और दिल्ली से स्कूटर और मोटरसाइकिल पर रांची तक ढोया गया. यानी घोटाले में जिस गाड़ी नंबर को विभाग ने पशु को लाने के लिए दर्शाया था, वे मोटसाइकिल और स्कूटर के नंबर निकले. सीबीआई ने जांच में पयाा कि कई टन पशुचारा, पीली मकई, बादाम, खल्ली, नमक आदि ढोने के लिए स्कूटर, मोटरसाइकिल और मोपेड का नंबर दिया गया था।